सेबिंग अकाउंट में नकद जमा करने पर 60% टैक्स: आयकर विभाग के नए नियमों की पूरी जानकारी

भारत में सेविंग अकाउंट पर नए टैक्स नियम: 60% टैक्स से बचने के तरीके

सेबिंग अकाउंट में नकद जमा करने पर 60% टैक्स: आयकर विभाग के नए नियमों की पूरी जानकारी

Tax Saving Guide

क्यों महत्वपूर्ण है यह नियम?

भारतीय आयकर विभाग ने हाल ही में नकद जमा से जुड़े नियमों को सख्त किया है। सेविंग अकाउंट में एक दिन में ₹2 लाख से अधिक नकद जमा करने पर अब 60% तक का टैक्स लग सकता है। यह नियम कालेधन पर रोक लगाने और डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए बनाया गया है।

कैसे काम करता है यह नियम?

आयकर अधिनियम की धारा 269ST के अनुसार:

  • किसी भी एक दिन में ₹2 लाख से अधिक नकद जमा निषेध
  • अस्पष्ट नकदी पर 115BBE के तहत 60% टैक्स + 25% सरचार्ज + 4% सेस
  • बैंक द्वारा स्वतः रिपोर्टिंग (एसएफटी रिपोर्ट)

सामान्य प्रश्न (FAQ)

1. क्या सेविंग अकाउंट में कैश जमा करने की कोई सीमा है?

हां, एक दिन में ₹2 लाख से अधिक नकद जमा करने पर नियम लागू होते हैं। यह सीमा एकल लेनदेन या संबंधित लेनदेन के समूह पर लागू होती है।

2. 60% टैक्स कब लगता है?

जब आप नकद जमा राशि का स्रोत साबित नहीं कर पाते। उदाहरण: यदि ₹3 लाख की अस्पष्ट नकदी जमा की जाए, तो ₹1.8 लाख (60%) टैक्स देना होगा।

3. क्या चेक या ऑनलाइन ट्रांसफर पर भी यह नियम लागू होता है?

नहीं, यह नियम केवल नकद लेनदेन पर लागू होता है। डिजिटल भुगतान पर कोई सीमा नहीं है।

4. क्या छोटी-छोटी जमा राशियों पर भी नजर रखी जाती है?

हां, यदि एक वित्तीय वर्ष में कुल नकद जमा ₹10 लाख से अधिक होता है, तो बैंक स्वचालित रूप से आयकर विभाग को रिपोर्ट करता है।

5. टैक्स से बचने के क्या उपाय हैं?

• डिजिटल भुगतान को प्राथमिकता दें
• बड़ी रकम जमा करने से पहले CA से सलाह लें
• सभी लेनदेन का प्रमाण रखें

विशेषज्ञ सलाह

मुंबई के वित्तीय सलाहकार राहुल मेहता के अनुसार: "2023-24 में टैक्स ऑडिट के मामले 28% बढ़े हैं। ग्राहकों को हमेशा नकद जमा राशि का उचित डॉक्यूमेंटेशन रखना चाहिए।"

निष्कर्ष

नए टैक्स नियमों को समझकर आप न केवल जुर्माने से बच सकते हैं, बल्कि बेहतर वित्तीय योजना भी बना सकते हैं। याद रखें, कानूनी तरीके से पैसा कमाना और जमा करना ही सबसे सुरक्षित रास्ता है।

Post a Comment

0 Comments